कहकर रोहित मुस्कुरा दिया और सब लोग साथ में सोने के लिए चले गए। कहकर रोहित मुस्कुरा दिया और सब लोग साथ में सोने के लिए चले गए।
हर तरफ आँखें नम थी। स्वयं ज़ज़ साहिबा की भी। अब वो आश्वस्त था। जज साहिबा का निर्णय क्या होगा, ये उसे ... हर तरफ आँखें नम थी। स्वयं ज़ज़ साहिबा की भी। अब वो आश्वस्त था। जज साहिबा का निर्ण...
नित्या, तुम्हें तो पता ही है कि मैं जिंदगी में बहुत आगे बढ़ना चाहता था। शालिनी हमारी कम् नित्या, तुम्हें तो पता ही है कि मैं जिंदगी में बहुत आगे बढ़ना चाहता था। शालिनी हम...
पर दोनो नदी के दो पाट बस यही एक समय था अलग होने का पर दोनो नदी के दो पाट बस यही एक समय था अलग होने का
इन दोनों कठोर इरादों के बीच का तरल अंतर और तरल होकर सुमन लता की बूढ़ी आंखों से बहता रहा इन दोनों कठोर इरादों के बीच का तरल अंतर और तरल होकर सुमन लता की बूढ़ी आंखों से ब...
ओर हर इतवार को पढ़ाई से फारिक होकर हम दोनों अक्सर कहीं न कहीं घूमा करते ओर हर इतवार को पढ़ाई से फारिक होकर हम दोनों अक्सर कहीं न कहीं घूमा करते